नई दिल्ली: किसान के साथ कृषि कानूनों के विरोध की आड़ में खालिस्तानी तत्वों का सक्रिय होना चिंताजनक है। इस आंदोलन में कुछ लोग जब-तब भिंडरावाले के पोस्टर-बैनर लिए हुए दिख जाते हैं। यह चिंता तबसे और बढ़ी है जबसे अटार्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष कहा कि इस आंदोलन में प्रतिबंधित खालिस्तानी तत्वों ने घुसपैठ कर ली है।

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RSS के नेताओं पर हमले कराने के आरोप-
किसान आंदोलन की आड़ में खालिस्तानी तत्वों की नए सिरे से सक्रियता इसलिए चिंता का कारण है, क्योंकि विभिन्न देशों में उनकी गतिविधियां पहले से जारी हैं। ऐसे कुछ तत्व ब्रिटेन और कनाडा में भी हैं। उन पर पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं पर हमले कराने के आरोप हैं।

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प्रतिबंधित संगठन द्वारा किसान आन्दोलन में घुसपैठ-
उन्होंने यह बात तब कही जब कंर्सोटियम ऑफ इंडियन फार्मर्स एसोसिएशन की ओर से पेश वकील ने यह आरोप लगाया कि सिख फॉर जस्टिस नामक प्रतिबंधित संगठन विरोध प्रदर्शनों में शामिल है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अटार्नी जनरल से हलफनामा पेश करने को कहा। पता नहीं इस हलफनामे में क्या होगा, लेकिन यह एक तथ्य है कि बीते करीब 50 दिनों में खालिस्तानी तत्व किसानों के बीच घुसपैठ करते दिखे हैं। इसके अलावा दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के बीच खालिस्तानियों ने कई देशों में भारतीय दूतावासों के सामने प्रदर्शन किया है।

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खालिस्तानियों से जिनका पाला पड़ा उनकी होती हैं श्रद्धांजलियां-
वहीं पंजाबी सिंगर प्रीत हरपाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कह रहा है कि मेरी एक विनती है कि आप सुबह-शाम जो पूजा-पाठ करते हैं, उसमें आप ये अरदास जरूर करें कि खालिस्तानियों से आपका पाला न पड़े। जिनका उनके साथ पाला पड़ा है उनकी साल छह महीने बाद श्रद्धांजलियां ही होती हैं। फोटो पर फूल-मालाएं डालकर। इसलिए मेरी विनती है कि खालिस्तानियों से पाला ना पड़े, तुम किसानों तक ही सीमित रहो। ये वीडियो सिख यूथ फेडरेशन भिंडरावाला ने अपने सोशल मीडिया पेज पर भी डाला है।