नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के कासगंज केस में यूपी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है, कासगंज हत्याकांड के आरोपी मोती को पुलिस एनकाउंटर में मारा दिया गया है। बता दें कि युपी पुलिस के एनकाउंटर में दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई। जिसके बाद मुठभेड़ में बदमाश मोती को गोली लग गई। उसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने बदमाश मोती को मृत घोषित कर दिया।

एसपी ने दी जानकारी
कासगंज के एसपी ने जानकारी दी कि पुलिस ने बदमाश मोती के पास से सरकारी पिस्टल, खोखा, जिंदा कारतूस और 315 बोर का एक तमंचा बरामद किया है। बीती रात पुलिस को जानकारी मिली कि मोती अपने साथियों के साथ करथला रोड, के पास काली नदी के जंगल में छुपा था।
जिसके बाद पुलिस टीम ने सुबह ढाई से तीन बजे के बीच घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में बदमाश मोती को गोली लगी और वह घायल हो गया। वहीं एक बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।
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पुलिस टीम पर हुआ था हमला
बता दें कि शराब माफियाओं ने कासगंज में पुलिस टीम पर हमला करके सिपाही देवेंद्र को पीट-पीटकर मार दिया था। जिसके बाद पुलिस ने बदमाश मोती पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा था। कासगंज के थाना सिढ़पुरा पर तैनात दरोगा अशोक कुमार और सिपाही देवेंद्र सिंह आरोपी की तलाश के लिए इलाके में गए थे।
मुखबिर ने दी थी सूचना
तभी मुखबिर ने सूचना दी कि नगला धीमर कटरी गांव में कुछ लोग अवैध भट्टी चलाकर कच्ची शराब बना रहे हैं. इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों ने दबिश दी तो बदमाश मोती और उसके साथियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। जिस के बाद दोनो तरफ की फायरिंग में बदमाश को गोली लगी जिससे उस की मृत्यु हो गई।