नई दिल्ली : इस साल की गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश का शोकेस पौराणिक शहर अयोध्या की विरासतों और राम मंदिर की प्रतिकृति से सजाया जाएगा। साथ ही दीपोत्सव की भव्यता, रामायण के प्रेरक प्रसंगों पर आधारित झांकी का भी प्रदर्शन किया जाएगा। 26 जनवरी में उत्तर प्रदेश की झांकी में आगे महर्षि वाल्मीकि और पीछे की तरफ मंदिर की प्रतिकृति होगी।

योगी सरकार का बड़ा फैसला, भगवन श्री राम के नाम पर होगा अयोध्या एयरपोर्ट
हर आस्थावान के लिए श्रद्धा का विषय
18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा परेड में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाली झांकियों का प्रदर्शन किया जाना है। उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि ये हमारे लिए पवित्र नगरी है और राममंदिर हर आस्थावान के लिए श्रद्धा का विषय है। गणतंत्र दिवस परेड में इस प्राचीन नगरी की प्राचीन विरासत की झांकी का प्रदर्शन किया जाएगा। झांकी में भगवान राम के प्रतिरूप के साथ कलाकारों का दल होगा।

2020 Public Opinion : चुनावी मुद्दों को लेकर क्या कहा Chandni Chowk की जनता ने
अयोध्या की विरासत यूपी के शोकेस में
साथ ही पीली रेशमी धोती और रुद्राक्ष की माला धारण कर भगवान राम का स्वरूप धरने वाले अजय कुमार कहते हैं कि मैं बहुत खुश हूं कि अयोध्या की विरासत यूपी के शोकेस में दिखेगी और मैं राम के रूप मे रहूंगा। वहीं, चंदौली के लक्ष्मणगढ़ निवासी कुमार कहते हैं, हम राजपथ पर अयोध्या की विरासत को शोकेस के रूप में देखने का बेहद उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। झांकी में एक तरफ अयोध्या में दीपोत्सव समारोह का जगमगाते लैंप के जरिये उतारा जाएगा तो दूसरी तरफ निषादराज गृह, शबरी के बेर, पाषाण अहिल्या, संजीवनी लाते हनुमान, जटायु राम संवाद और अशोक वाटिका के दृश्य होंगे।

अयोध्या में बन रहे 1 लाख 11 हजार लड्डू
2023 तक मंदिर का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य
आपको बता दें कि देश के उच्चतम न्यायालय ने 9 नंवबर 2019 को वर्षों पूराने रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के विवाद का समाधान कर दिया था और वहां पर राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विवादित स्थल के राम मंदिर होने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पांच अगस्त 2020 को अयोध्या में भूमि पूजन किया था। 2023 तक मंदिर का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।